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Mastram
Tuesday, January 8, 2008
भगत सिंह - उवाच
पिस्तौल और बम कभी इंकलाब नहीं लाते, बल्कि इंकलाब की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है। "
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भगत सिंह - उवाच
एक शेर
श्री कल्याण कुमार शशि की एक कविता
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